
श्रीगंगानगर।(राकेश घिंटाला)निराश्रितों की सेवा करना भगवान की सेवा करने के समान है। अगर प्रयास किया जाए तो हम एक ऐसी दुनिया बना सकते हैं जहां हर किसी की भोजन की बुनियादी आवश्यकता को पूरा किया जा सकता है और ऐसी ही मिसाल प्रभु प्रेम भोजनालय ने पेश की है। ये बात स्वामी निजानंद महाराज ने प्रभु प्रेम भोजनालय के नए भवन के शुभारंभ के अवसर पर फीता काटते हुए कहे। इस अवसर पर स्वामी निजानंद ज महाराज, डॉ. प्रभु दयाल अरोड़ा, कमल अरोड़ा सदावर्ती, सतीश नागपाल, श्याम बगड़िया, श्रीकृष्ण सहारण मदेरां, हितेश मित्तल, उदयपाल झाझड़िया, आकाशदीप ठाकराण, राधेश्याम मित्तल, प्रहलादराय शर्मा, गुरदेव ङ्क्षसह, रमेश चितलांगिया, सोनू मित्तल, आकाश अरोड़ा, रुप कुमार अग्रवाल, अर्शदीप कुलचानिया, सुरेश शर्मा, अशोक खुराना, डॉ. पवन अरोड़ा, राजेश अग्रवाल, दीपक अरोड़ा, देवेन्द्र खुराना, संजय बत्तरा, निशांत गोयल, तेज कुमार शर्मा, विकेश छाबड़ा, अनिल सहारण, गणेश कुमार, सुशील मांझू, राकेश अरोड़ा, मनजीत सिंह बेदी, प्रवीण अरोड़ा, जतिन मेहता, बाबूलाल वर्मा, जगमोहन सिंह, चंचल गाबा, अखिल छाबड़ा, भूराराम, मंजू अरोड़ा, ज्योति वधवा, सुगंधा शर्मा, अनु शर्मा, वंसुधरा यादव, विनीता बत्तरा आदि सहित सैकड़ों गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। प्रभु प्रेम ट्रस्ट द्वारा प्रभु प्रेम शिक्षा मंदिर और प्रभु प्रेम भोजनालय का संचालन किया जा रहा है। मध्यमवर्गीय परिवारों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से लागत मूल्यों पर प्रभु प्रेम भोजनालय के माध्यम से प्रतिदिन दो समय का भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है।